नींद भी चुराई है और चैन भी चुराया है मन खुशियों में डूबा हुआ है आज मुलाकात करने को अकेले में बुलाया है जो दिल की ख्वाहिशें है हर बात करना चाहता हूं हमसफर बनकर उम्र भर साथ चलना चाहता हूं
साफ कह दो की तुम क्या चाहती हो यू इजहार भरी नजरों से देख कर सताया ना करो मुझे अकेले में मिलने बुलाया जो करो खामोश रहकर मुझसे यू शरमाया ना करो