पहली नजर में आपको देखकर खुद से बेकाबू मैं हो गया आप की आंखों में देखा तो ऐसा लगा की इधर से उधर अब भटकना नहीं मैं जिंदगी के अपने करीब आ गया
साफ कह दो की तुम क्या चाहती हो यू इजहार भरी नजरों से देख कर सताया ना करो मुझे अकेले में मिलने बुलाया जो करो खामोश रहकर मुझसे यू शरमाया ना करो